डैंड्रफ हटाने के 15 आसान घरेलू नुस्खे : Rusi Hatane ke Gharelu Nuskhe

Last Updated on February 10, 2024 by admin

डैंड्रफ के कारण : Rusi Hone ke Karan

सिर में रूसी के कई कारण हैं, कारण पता चलने पर ही सही इलाज संभव है।

  1. रूसी होने का एक कारण इंफेक्शन या स्किन एलर्जी है। इससे बचने के लिए आप अपनी कंघी, तकिया, तौलिया अलग रखें। जब भी बाल धोएं तो ये तीनों चीजें किसी अच्छे एंटीसेप्टिक के घोल में आधा घंटा डुबोकर रखें, फिर धूप में सुखाकर ही दोबारा इस्तेमाल करें।किसी अच्छे त्वचा रोग विशेषज्ञ की सलाह से उचित दवा लें। नाखून से त्वचा को मत छीलें।
  2. रूसी होने का एक कारण रूखे बाल हैं। तैलीय बाल भी ऐसी ही समस्या पैदा करते हैं। तैलीय रूसी सिर में जमी रहती है और खुजली करने पर नाखून में जमा हुआ तैलीय मैल निकलता है।
  3. रूसी का एक कारण वातावरण की स्थितियां भी हैं। बालों को धूल, धूप, धुएं से बचाएं। जहां तक संभव हो सके, धूप में जाते समय बालों को ढककर रखें। दुपहिया वाहन आदि पर जाते समय बालों को बांधकर रखें।
  4. तनाव से भी रूसी हो जाती है। योग और ध्यान की मदद से तनाव दूर करें।

डैंड्रफ हटाने के घरेलू नुस्खे और उपाय : Dandruff Hatane ke Upay in Hindi

1. ग्वारपाठा ग्वारपाठा का लसलसा रस निकालकर बालों की जड़ों में मालिश करते हुए लगाएँ। एक घंटा बाद साफ पानी से सिर धो लें। यदि रूसी ज्यादा हैं तो हर तीसरे दिन लगाएँ, अन्यथा सप्ताह में एक दिन लगाने से भी रूसी का नाश हो जाता है। ( और पढ़े – बालों से रूसी हटाने के 11 घरेलू नुस्खे)

2. मेहंदी (डैंड्रफ का रामबाण इलाज) एक चम्मच मेहंदी पाउडर, एक चम्मच नीबू का रस लेकर अच्छी प्रकार से मिला लें। इस पेस्ट को बालों की जड़ों में लगाएं। आधा घंटे बाद बालों को ठंडे पानी से धो लें। नीबू में विटामिन “सी’, फास्फोरस, पोटेशियम, साइट्रिक एसिड, तथा मेहंदी में टेनिन, गालिक एसिड, म्यूजिलेस लॉसोन आदि तत्व पाए जाते हैं। यह उपाय बालों की जड़ों में मृत कोशिकाओं को जमने नहीं देता है। बालों में जमी डेंड्रफ को भी साफ कर देता है। सप्ताह में एक बार यह प्रयोग करने से डेंड्रफ दूर होती है।

3. चुकन्दर – सौ ग्राम चुकन्दर के पत्तों को पांच लीटर पानी में अच्छी तरह उबाल लें। ठंडा होने पर छानकर इस पानी से बालों को अच्छी तरह से धोएं। चुकन्दर के पत्तों में काफी मात्रा में कैल्सियम, फास्फोरस, ऑयरन, विटामिन ‘ए’, ‘सी’ आदि तत्व पाए जाते हैं, जो बालों की जड़ों में जमी डेंड्रफ व मृत कोशिकाओं को समाप्त कर देते हैं तथा बालों को पोषण देकर मजबूती प्रदान करते हैं। चुकन्दर के पत्तों में पाए जाने वाले तत्व सिर की त्वचा पर डेंड्रफ उत्पन्न होने से भी रोकते हैं। यह प्रयोग सप्ताह में एक बार किया जा सकता है। ( और पढ़े – असमय बालों को सफेद होने से रोकेंगे यह 20 सबसे बेहतरीन घरेलू उपाय )

4. नीबू – नीबू के छिलके का चूर्ण एक चम्मच, आंवले का चूर्ण एक चम्मच, दोनों को पानी में मिलाकर पेस्ट बना लें। इसे बालों की जड़ों में अच्छी प्रकार से लगाएं। आधा घंटा बाद बालों को पानी से धो लें। नीबू के छिलके में कैल्शियम, फास्फोरस, पोटेशियम तथा आंवले में कैल्शियम, फास्फोरस, ऑयरन आदि तत्व काफी मात्रा में पाए जाते हैं। नीब और आंवले में पाए जाने वाले तत्व बालों की जड़ों में उत्पन्न होने वाली डेंड्रफ को दूर करते हैं तथा बालों को पोषण भी देते हैं। इसके नियमित इस्तेमाल से डेंड्रफ की समस्या दूर होती है।

5. बेसन और शहद – दो चम्मच बेसन में एक चम्मच शहद मिलाकर बालों की जड़ों में लगाएं। आधा घंटे बाद बालों को पानी से धो लें। यह उपाय नियमित करने से डेंड्रफ की समस्या दूर होती है। बेसन में काफी मात्रा में ऑयरन, मैग्नीशियम, जिंक आदि तत्व पाए जाते हैं। बेसन मृत कोशिकाओं और डेंड्रफ को निकल देता है। शहद सिर की त्वचा पॅर प्रभाव डालकर रक्त संचार को बढ़ा देता है, जिससे बालों को सही पोषण मिलने लगता है। शहद का प्रभाव सिर की त्वचा पर इंइफ बनने व जाने से भी रोकता है।( और पढ़े – बालों को लंबा ,काला और घना करने के घरेलू उपाय)

6. सेब – 100 ग्राम सेब ले। सेब के छिलके व बीजों को निकालकर अच्छी तरह कुचल लें। इसमें थोड़ा-सा गुनगुना पानी मिलाकर बालों की जड़ों में ठीक तरह से लगाएं। इसके बाद बालों को ठंडे पानी से धो लें। सेब में पाए जाने वाले तत्व तैलीय डेंड्रफ को दूर करने के लिए काफी लाभदायक होते हैं। सेब में पाए जाने वाले तत्व कैल्शियम, ऑयरन, फास्फोरस आदि बालों को पोषण भी देते हैं तथा बालों को मजबूती प्रदान करते हैं। इसमें पाया जाने वाला क्यूरसेटिन नामक तत्व एंटी ऑक्सीडेंट का काम करता है। यह प्रयोग सप्ताह में दो-तीन बार करने से डेंड्रफ की समस्या पूरी तरह से दूर हो जाती है। ( और पढ़े –बाल झड़ने और टूटने से रोकने के आसान उपाय )

7. सेब का रस – सेब कद्दूकस करके रस निकालें। रुई के फाहे से उसे बालों की जड़ों में लगाएं, सूख जाने पर धो दें ।

8. प्याज प्याज का रस बालों की जड़ों में लगाएं, दो घंटे बाद बाल धो दें। इस विधि का नियमित इस्तेमाल करें।

9. कपूर – नारियल के तेल में कपूर मिलाकर बालों की जड़ों में मालिश करें। 4-5 घंटे बाद बाल धो दें।

10. नारियल तेल – रूसी दूर करने के लिए नारियल के तेल में लहसुन डालकर गर्म करें, ठंडा होने पर इसे लगा लें। इससे रूसी खत्म हो जाती है।

11. जैतून का तेल – रूखी रूसी और खुजली वाले बालों की त्वचा के लिए जैतून के तेल की मालिश करें फिर गर्म तौलिये से बालों को भाप दें। 4-5 घंटे बाद धो दें।

12. पानी – बाल धोने का पानी अधिक गर्म नहीं होना चाहिए और न ही अधिक ठंडा। गर्मियों में ताजा पानी और सर्दियों में गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें।

13. सफाई – शैंपू करते समय बालों को अच्छी तरह से धोएं ताकि सिर में शैंपू का अवशेष नहीं रहे।

14. शैंपू – बालों को गंदा न रखें। सर्दियों में सप्ताह में एक-दो बार और गर्मियों में दो-तीन बार शैंपू अवश्य करें।

15. त्रिफला – अगर आपके सिर में तैलीय रूसी है, तो आप इसे आजमा सकती हैं। एक चम्मच त्रिफला लेकर उसे एक गिलास पानी में डालकर कुछ देर उबालें। जब यह उबल जाए, तब इसे ठंडा करके छान लें। इसमें एक चम्मच सिरका मिलाएं और फिर इसे लगाकर सिर की मालिश करें। सुबह किसी अच्छे शैंपू से बाल धोएं।

इन बातों पर ध्यान दें :

  • बालों की समस्या पर विशेष ध्यान दें। बालों की सफाई न होने के कारण बालों की जड़ों में जमी पपड़ी की वजह से बालों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन तथा उचित पोषण नहीं मिल पाता है, जिसकी वजह से बाल अनाकर्षक हो जाते हैं और बालों का उड़ना, बाल सफेद होना, डेंड्रफ आदि कई समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।
  • कठोर साबुन, घटिया शैम्पू आदि का इस्तेमाल न करें।
  • बालों में अधिक डाई, ब्लीचिंग या पर्म न कराएं।
  • किसी दूसरे व्यक्ति का कंधा, टॉवेल, तकिया, हेयर बैंड आदि का इस्तेमाल न करें। इससे डेंड्रफ का इंफेक्शन एक-दूसरे में फैल जाता है।
  • मानसिक तनाव से बचें, चिंता मुक्त रहे।
  • देर रात तक जागरण न करें। सुबह जल्दी उठे।
  • भरपूर नींद ले। नींद में कटौती न करें।
  • चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिक, शराब, धूम्रपान आदि का इस्तेमाल न करें।
  • तेल, मसालेदार चीजें, मैदा की बनी चीजें, खट्टी चीजों का अधिक सेवन न करें।
  • दिन-भर में आठ-दस गिलास पानी अवश्य पिएं। पानी शरीर को ताजगी व बालों को सुरक्षा देता है।
  • अपने आहार में चोकर युक्त आटे की रोटी, बिना पॉलिश किया चावल, हरी सब्जी, ताजे फल, अंकुरित खाद्यान्न, दुग्ध आहार, कच्ची सब्जी (सलाद) आदि शामिल करें।
  • सप्ताह में एक बार अपने टावेल, कंघा, ब्रश, हेयर बैंड आदि को नीम के पानी से धोकर संक्रमण से मुक्त अवश्य करें।
  • 15 दिनों के अन्तराल में बालों को माप दें।
  • दिन में 3 बार बालों को अच्छी तरह कंघी या ब्रश अवश्य करें। इससे अनावश्यक धूल मिटटी निकल जाती है और सिर में रक्त संचरण तेज होता है।

बालों को भाप दें :

नहाने से पूर्व नारियल का हलका गरम तेल बालों की जड़ों में लगा कर उंगलियों के पोरों से हलकी-हलकी मालिश करें। इसके बाद बालों को भाप दें। इसके लिए गरम पानी में टावेल को डुबोकर निचोड़े और सिर पर लपेट लें। ठंडा होने पर पुनः गरम पानी में डुबोकर निचोड़ लें और सिर पर लपेट लें। यह विधि 5-7 बार अपनाएं, इससे सिर की त्वचा के रोमकूप खुल जाते हैं।

(उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)

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