दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदल देंगे यह 60 चमत्कारिक उपाय | Bhagya Uday ke Upay

Last Updated on July 22, 2019 by admin

कुछ आसान उपाय जो आपका भाग्य चमका देंगे : Bhagya Vriddhi ke Upay

१) सुख समृद्धि – घर की छत पर उत्तर-पूर्व दिशा में 5 तुलसी के पौधे लगाएं या घर की छत पर काली मटकी लगाएं|

२) सुख समृद्धि – जिन व्यक्तियों को आर्थिक कष्ट रहते हों, उन्हें चावल, दही और सत्तू का सेवन रात्रि भोज में नहीं करना चाहिये|

३) सुख समृद्धि – बरगद के एक पत्ते पर आटे का दीया जलाकर उसे मंगलवार को किसी भी हनुमान मंदिर या पीपल के वृक्ष के नीचे रख आएं| इस उपाय से कर्ज से छुटकारा मिलेगा|

४) सुख समृद्धि – बरगद के पेड़ को वट का वृक्ष कहा जाता है| शास्त्रों में वटवृक्ष को पीपल के समान ही महत्व दिया गया है| पुराणों में यह स्पष्ट लिखा गया है कि वटवृक्ष की जड़ों में ब्रह्माजी, तने में विष्णुजी और डालियों एवं पत्तों में शिव का वास है| इसके नीचे बैठकर पूजन, व्रत कथा कहने और सुनने से मनोकामना पूरी होती है|

५) सुख समृद्धि – बेडरूम के नैऋत्य कोण में टेराकोटा या चीनी मिट्टी के फूलदानों में सूरजमुखी के असली या नकली फूल लगा सकते हैं|

६) सुख समृद्धि – भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष भरणी नक्षत्र के दिन चार घड़ों में पानी भरकर किसी एकान्त कमरे में रख दें| अगले दिन जिस घड़े का पानी कुछ कम हो उसे अन्न से भरकर प्रतिदिन विधिवत पूजन करते रहें| शेष घड़ों के पानी को घर, आँगन, खेत आदि में छिड़क दें| अन्नपूर्णा देवी सदैव प्रसन्न रहेगीं|

७) सुख समृद्धि – महिलाएं पीपल या बढ़ के एक पत्ते पर आटे का दीपक बानाकर उसे जलाकर रखती है और उसे किसी बहती नदी में बहा देती है| छठ पूजा के दिए अक्सर यह कार्य किया जाता है| इस उपाय से घर में सुख, शां‍ति और समृद्धि बढ़ती है|

८) सुख समृद्धि – महिलाओं को चाहिए कि वे अपने वस्त्रों में पीले रंग का उपयोग करें और पुरुषों को चाहिए कि वे अपने वस्त्रों में सफेद, गुलाबी और आसमानी रंग का इस्तेमाल करें|

९) सुख समृद्धि – महीने में 2 बार किसी भी दिन घर में उपले जलाकर लोबान या गूगल की धूनी देने से घर में ऊपरी हवा का बचाव रहता है तथा बीमारी दूर होती है, साथ ही गृहकलह भी शांत हो जाता है|

१०) सुख समृद्धि – माघ मास की कृष्णपक्ष अष्टमी के दिन को पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में अर्द्धरात्रि के समय रक्त चन्दन से अनार की कलम से “ऊँ ऊँ ह्वीं´´ को भोजपत्र पर लिख कर नित्य पूजा करने से अपार विद्या, सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है|

११) सुख समृद्धि – मुकदमे या कर्जे की समस्या हो तो नौ दिन देवी के समक्ष गुग्गुल की सुगंध की धूप जलाएं| सामान्य रूप से गुप्त नवरात्रि में देवी की कृपा के लिए नौ दिन देवी के सामने अखंड दीपक जलाएं व दुर्गा सप्तशती या देवी के मन्त्रों का जाप करें|

१२) सुख समृद्धि – यदि आप संकटों से जूझ रहे हैं, बार-बार एक के बाद एक कोई न कोई संकट से आप घिर जाते हैं तो किसी की शवयात्रा में श्मशान से लौटते वक्त कुछ सिक्के पीछे फेंकते हुए आ जाएं|

१३) सुख समृद्धि – रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र हो, तब गूलर के वृक्ष की जड़ प्राप्त कर के घर लाएं| इसे धूप, दीप करके धन स्थान पर रख दें| यदि इसे धारण करना चाहें तो स्वर्ण ताबीज में भर कर धारण कर लें| जब तक यह ताबीज आपके पास रहेगी, तब तक कोई कमी नहीं आयेगी| घर में संतान सुख उत्तम रहेगा| यश की प्राप्ति होती रहेगी| धन संपदा भरपूर होंगे| सुख शांति और संतुष्टि की प्राप्ति होगी|

१४) सुख समृद्धि – रोज आटे की गोलियां बनाकर मछलियों को खिलाएं|आपकी हर समस्या का निदान स्वत: ही हो जाएगा|

१५) सुख समृद्धि – भाग्य जगाने का मन्त्र :रोज पढ़ें श्री श्री गणेशजी के सरल चमत्कारिक मंत्र “ॐ ॐ श्रीपतये नमः, ॐ ॐ रत्नसिंहासनाय नमः, ॐ ॐ ममिकुंडलमंडिताय नमः, ॐ ॐ लक्षाधीश प्रियाय नमः, ॐ ॐ कोटिधीश्वराय नमः, ॐ ॐ गणाधिपाय नमः, ॐ ॐ उमापुत्राय नमः, ॐ ॐ विघ्ननाशनाय नमः, ॐ ॐ विनायकाय नमः, ॐ ॐ ईशपुत्राय नमः, ॐ ॐ सर्वसिद्धिप्रदाय नमः, ॐ ॐ एकदन्ताय नमः, ॐ ॐ इभवक्त्राय नमः, ॐ ॐ मूषकवाहनाय नमः, ॐ ॐ कुमारगुरवे नमः ”

१६) सुख समृद्धि – लक्ष्मी पूजन में पीले रंग की कौड़‌ियों को प्रयोग करें| इससे देवी लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न होती है|

१७) सुख समृद्धि – लगातार धन हानि से चिंता हो रही है तो घबराइए मत, मंगलवार को हनुमानजी को सिंदूर अर्पित करें|

१८) सुख समृद्धि – व्यापार, विवाह या किसी भी कार्य के करने में बार-बार असफलता मिल रही हो तो सरसों के तैल में सिके गेहूँ के आटे व पुराने गुड़ से तैयार सात पूये, सात मदार (आक) के पुष्प, सिंदूर, आटे से तैयार सरसों के तैल का रूई की बत्ती से जलता दीपक, पत्तल या अरण्डी के पत्ते पर रखकर शनिवार की रात्रि में किसी चौराहे पर रखें और कहें -“हे मेरे दुर्भाग्य तुझे यहीं छोड़े जा रहा हूँ कृपा करके मेरा पीछा ना करना|´´ सामान रखकर पीछे मुड़कर न देखें|

१९) सुख समृद्धि – सरसो के तेल में सिके गेहूं के आटे व पुराने गुड़ से तैयार 7 पूए, 7 मदार (आक) के फूल, सिंदूर, आटे से तैयार सरसो के तेल का दीपक, पत्तल या अरण्डी के पत्ते पर रखकर शनिवार की रात में किसी चौराहे पर रख दें| ये सामान रखकर पीछे मुड़कर न देखें| ये प्रत्येक शनिवार करें तो उत्तम है अगर न कर सके तो ये हर माह में कम से कम एक बार कृष्ण पक्ष के शनिवार को ज़रूर करें धीरे -धीरे भाग्य आपका साथ देना शुरू कर देगा|

२०) सुख समृद्धि – सरसों तेल से मालिश करने व आंखों में काला सुरमा लगाने से शनि दोष दूर हो जाता है|

२१) सुख समृद्धि – bhagya jagane ka mantra :सावन के महीने में किसी भी दिन घर में पारद शिवलिंग की स्थापना करें और उसकी यथा विधि पूजन करें| इसके बाद नीचे लिखे मंत्र का 108 बार जप करें “ऐं ह्रीं श्रीं ऊं नम: शिवाय: श्रीं ह्रीं ऐं” प्रत्येक मंत्र के साथ बिल्वपत्र पारद शिवलिंग पर चढ़ाएं| बिल्वपत्र के तीनों दलों पर लाल चंदन से क्रमश: “ऐं, ह्री, श्रीं ” लिखें| अंतिम 108 वां बिल्वपत्र को शिवलिंग पर चढ़ाने के बाद निकाल लें तथा उसे अपने पूजन स्थान पर रखकर प्रतिदिन उसकी पूजा करें|

२२) सुख समृद्धि – स्फट‌िक का श्रीयंत्र लाल कपड़े में लपेटकर त‌िजोरी में रखें, लाभ होगा|

२३) सुख समृद्धि – हम जब भी किसी नए घर में प्रवेश करें, उस समय नई झाड़ू लेकर ही घर के अंदर जाना चाहिए| यह शुभ शकुन माना जाता है| इससे नए घर में सुख-समृद्धि और बरकत बनी रहेगी|

२४) सुख समृद्धि – हर रोज कम से कम किसी एक गरीब व्यक्ति को खाना अवश्य खिलाना चाहिए| ऐसा करने पर घर में अनाज की कमी नहीं होती है| सुख-समृद्धि बनी रहती है|

२५) सुख समृद्धि – हो सके तो घर के बाहर या छत में पक्षियों के लिए एक छोटा सा बसेरा बनायें एवं रोज़ उसमें पक्षियों को भोजन करवाया करें | इससे कुलदोष मिटता है एवं सफलता पाने में आसानी होती है|

२६) सुख समृद्धि – रोज जब भी घर से निकले तो उसके पहले अपने माता-पिता और घर के बड़े बुजुर्गों के पैर छूकर आशीर्वाद लें| ऐसा करने से आपकी कुंडली में स्थित सभी विपरीत ग्रह आपके अनुकूल हो जाएंगे और शुभ फल प्रदान करेंगे| माता-पिता के आशीर्वाद से आप पर आने वाला संकट टल जाएगा और आपके काम बनते चले जाएंगे|

२७) सात क्रियाएँ मानव जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं| इसलिए इन्हें रोज जरूर करना चाहिए| शास्त्रों में माता, पिता, गुरु, ईश्वर, सूर्य, अग्नि और अतिथि इन सातों को अभिवादन करना अनिवार्य बताया गया है|

२८) सात पदार्थ प्रात:काल मंगल दर्शन के लिए शुभ माने गए हैं| गोरोचन, चंदन, स्वर्ण, शंख, मृदंग, दर्पण और मणि इन सातों या इनमें से किसी एक का दर्शन अवश्य करना चाहिए|

२९) सात बार हनुमान बाण का पाठ करें तथा हनुमान जी को लड्डू का भोग लगाए, और 5 लौंग पूजा स्थान में कपूर के साथ जलाएँ| फिर भस्म से तिलक करके बाहर जाए| यह प्रयोग आपके जीवन में समस्त शत्रुओं को परास्त करने में सक्षम होगा, वहीं इस यंत्र के माध्यम से आप अपनी मनोकामनाओं की भी पूर्ति करने में सक्षम होंगे|

३०) सावन में किसी नदी या तालाब जाकर आटे की गोलियां मछलियों को खिलाएं| जब तक यह काम करें मन ही मन में भगवान शिव का ध्यान करते रहें| यह धन प्राप्ति का बहुत ही सरल उपाय है|

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३१)के बर्तन का उपयोग करें| अभिषेक करते समय “ऊं जूं स: ” मंत्र का जाप करते रहें| इसके बाद भगवान शिव से रोग निवारण के लिए प्रार्थना करें और प्रत्येक सोमवार को रात में सवा नौ बजे के बाद गाय के सवा पाव कच्चे दूध से शिवलिंग का अभिषेक करने का संकल्प लें| इस उपाय से बीमारी ठीक होने में लाभ मिलता है|

३२) सावन में गरीबों को भोजन कराएं, इससे आपके घर में कभी अन्न की कमी नहीं होगी तथा पितरों की आत्मा को शांति मिलेगी|

३३) सावन में रोज नंदी (बैल) को हरा चारा खिलाएं| इससे जीवन में सुख-समृद्धि आएगी और मन प्रसन्न रहेगा|

३४) सावन में रोज सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निपट कर समीप स्थित किसी शिव मंदिर में जाएं और भगवान शिव का जल से अभिषेक करें और उन्हें काले तिल अर्पण करें| इसके बाद मंदिर में कुछ देर बैठकर मन ही मन में ” ऊं ऊं नम: शिवाय ऊं ” मंत्र का जाप करें| इससे मन को शांति मिलेगी|

३५) सुख समृद्धि – रोज जब भी घर से निकले तो उसके पहले अपने माता-पिता और घर के बड़े बुजुर्गों के पैर छूकर आशीर्वाद लें| ऐसा करने से आपकी कुंडली में स्थित सभी विपरीत ग्रह आपके अनुकूल हो जाएंगे और शुभ फल प्रदान करेंगे| माता-पिता के आशीर्वाद से आप पर आने वाला संकट टल जाएगा और आपके काम बनते चले जाएंगे|

३६) सोमवार के दिन एक रूमाल, 5 गुलाब के फूल, 1 चांदी का पत्ता, थोड़े से चावल तथा थोड़ा सा गुड़ लें| फिर किसी विष्णुण्लक्ष्मी जी के मिन्दर में जा कर मूर्ति के सामने रूमाल रख कर शेष वस्तुओं को हाथ में लेकर 21 बार गायत्री मंत्र का पाठ करते हुए बारी-बारी इन वस्तुओं को उसमें डालते रहें| फिर इनको इकट्ठा कर के कहें की `मेरी परेशानियां दूर हो जाएं तथा मेरा कर्जा उतर जाए´| यह क्रिया आगामी 7 सोमवार और करें| कर्जा जल्दी उतर जाएगा तथा परेशानियां भी दूर हो जाएंगी|

३७) सोमवार को शिव- bhagya jagane ka mantra: मंदिर में जाकर दूध मिश्रित जल शिवलिंग पर चढ़ाएं तथा रूद्राक्ष की माला से “‘ऊँ ऊँ सोमेश्वराय नम:” का 108 बार जप करें| साथ ही पूर्णिमा को जल में दूध मिला कर चन्द्रमा को अर्ध्य देकर व्यवसाय में उन्नति की प्रार्थना करें, तुरन्त ही असर दिखाई देगा|

३८) सोमवार प्रात:काल में स्नान कर नंगे पैर शिव मंदिर में जाकर आक के 21 पुष्प, कच्ची लस्सी, बिल्वपत्र के साथ शिवजी की पूजा करें| 21 सोमवार करने से पितृदोष का प्रभाव कम होता है|

३९) सोमवार या शनिवार को थोड़े से गेहूं में 11 पत्ते तुलसी तथा 2 दाने केसर के डाल कर पिसवा लें| बाद में इस आटे को पूरे आटे में मिला लें| घर में बरकत रहेगी और लक्ष्मी दिन दूना रात चौगुना बढऩे लगेगी|

४०) स्टडी रूम – में अपनी आस्था के अनुसार ईश्वर की छोटी सी फोटो लगाएँ

४१) स्टडी रूम – में पढ़ाई करते वक़्त पूर्व, उत्तर या पूर्वोत्तर में मुख रखके पढ़ सके तो और बेहतर परिणाम मिलते हैं |

४२) स्टडी रूम – में हलके रंगों का प्रयोग करें, पढ़ाई से सम्बंधित टेबल, कुर्सी, मेज, अलमारी इत्यादि के अलावा किसी भी तरह के अन्य सामान हवा एवं रौशनी के प्रवेश में बाधा उत्पन्न कर सकती है|

४३) स्टडी रूम – हमेशा ऐसी जगह बनाये जहाँ शोरगुल कम हो| शांति और एकाग्रतापूर्ण माहौल ही आपके अध्ययन कक्ष की शोभा बढ़ाती है|

४४) स्टडी रूम – हमेशा पूर्व दिशा के ओर ही बनायें ताकि उसमे सम्पूर्ण मात्रा में सूरज की रौशनी पहुँच पाए | ध्यान दें कमरा प्रकाशवान एवं हवादार दोनों होना चाहिए|

४५) हनुमान – चालीसा और गजेंद्र मोक्ष का पाठ करें और हनुमान मंदिर में हनुमान जी का श्रृंगार करें व चोला चढ़ाएं| लाभ होता है

४६) हनुमान – चालीसा और गजेंद्र मोक्ष का पाठ करें और हनुमान मंदिर में हनुमान जी का श्रृंगार करें व चोला चढ़ाएं| डर और भय ख़तम होगा

४७) हनुमान – जी के मंदिर में तेल का दीपक जलाएं और दीपक में एक लौंग डालकर हनुमानजी की आरती करें| हनुमान चालीसा का पाठ करें|

४८) हनुमान – जी प्रसन्न हो जाते हैं अगर आप – अपनी श्रद्धा के अनुसार किसी हनुमान मंदिर में बजरंग बली की प्रतिमा पर चोला चढ़वाएं| ऐसा करने पर आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएंगी|

४९) हनुमान – जी प्रसन्न हो जाते हैं अगर आप – किसी पीपल पेड़ को जल चढ़ाएं और सात परिक्रमा करें| इसके बाद पीपल के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें| लाभ होगा|

५०) हनुमान – जी प्रसन्न हो जाते हैं अगर आप – किसी भी हनुमान मंदिर जाएं और अपने साथ नारियल लेकर जाएं| मंदिर में नारियल को अपने सिर पर सात बार वार लें| इसके बाद यह नारियल हनुमानजी के सामने फोड़ दें|

५१) हनुमान – जी प्रसन्न हो जाते हैं अगर आप – शनिवार को हनुमानजी के मंदिर में 1 नारियल पर स्वस्तिक बनाएं और हनुमानजी को अर्पित करें| हनुमान चालीसा का पाठ करें|

५२) हनुमान – जी प्रसन्न हो जाते हैं अगर आप – हनुमानजी के सामने शनिवार की रात को चौमुखा दीपक लगाएं| यह एक बहुत ही छोटा लेकिन चमत्कारी उपाय है| ऐसा नियमित रूप से करने पर आपके घर-परिवार की सभी परेशानियां समाप्त हो जाती हैं|

५३) हनुमान – जी प्रसन्न हो जाते हैं अगर आप – हनुमानजी को सिंदूर और तेल अर्पित करें| जिस प्रकार विवाहित स्त्रियां अपने पति या स्वामी की लंबी उम्र के लिए मांग में सिंदूर लगाती हैं, ठीक उसी प्रकार हनुमानजी भी अपने स्वामी श्रीराम के लिए पूरे शरीर पर सिंदूर लगाते हैं| जो भी व्यक्ति शनिवार को हनुमानजी को सिंदूर अर्पित करता है उसकी सभी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं|

५४) हवन – आंवले से सुख और केले से आभूषण की प्राप्ति होती है| इस प्रकार फलों से अर्ध्य देकर यथाविधि हवन करें|

५५) हवन – आवंले से कीर्ति और केले से पुत्र प्राप्ति होती है|

५६) हवन – कमल से राज सम्मान और किशमिश से सुख और संपत्ति की प्राप्ति होती है|

५७) हवन – खांड, घी, गेंहूं, शहद, जौं, तिल, बिल्वपत्र, नारियल, किशमिश और कहदंब से हवन करें|

५८) हवन – खांड, घी, नारियल, शहद, जौं और तिल इनसे तथा फलों से होम करने से मनवांछित वस्तु की प्राप्ति होती है|

५९) हवन – खीर से परिवार, वृद्धि, चम्पा के पुष्पों से धन और सुख की प्राप्ति होती है|

६०) हवन – गेंहूं से होम करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है|

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